कुछ छोटे सपनो के बदले ,
बड़ी नींद का सौदा करने ,
"निकल पडे हैं पांव अभागे ,
जाने कौन डगर ठहरेंगे !
वही प्यास के अनगढ़ मोती ,
वही धूप की सुर्ख कहानी ,
वही आंख में घुटकर मरती ,
आंसू की खुद्दार जवानी ,
निकल पडे हैं पांव अभागे ,
कुछ छोटे सपनो के बदले ,
बड़ी नींद का सौदा करने ,"