Tuesday, November 1, 2011

कुछ छोटे सपनो के बदले ,...............!

कुछ छोटे सपनो के बदले ,

बड़ी नींद का सौदा करने ,

"निकल पडे हैं पांव अभागे ,
जाने कौन डगर ठहरेंगे !

वही प्यास के अनगढ़ मोती ,

वही धूप की सुर्ख कहानी ,

वही आंख में घुटकर मरती ,

आंसू की खुद्दार जवानी ,

निकल पडे हैं पांव अभागे ,

कुछ छोटे सपनो के बदले ,

बड़ी नींद का सौदा करने ,"

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